केरल के शहर कोझिकोड. Kozhikode को पुर्तगाल के ब्रागा में यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (यूसीसीएन) UCCN के 16वें वार्षिक सम्मेलन में ‘साहित्य का शहर’ ‘City of Literature’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
वर्ष 2024 के UNESCO यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क सम्मेलन Creative Cities Network Conference का विषय ‘अगले दशक के लिए युवाओं को मेज पर लाना’ है।
क्यों किया गया कोझिकोड का चयन ?
समृद्ध साहित्यिक परंपरा: कोझिकोड में एक गहरी और समृद्ध साहित्यिक विरासत है जो सदियों तक फैली हुई है, जो इस क्षेत्र के सांस्कृतिक और बौद्धिक जीवन में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
प्रमुख साहित्यिक हस्तियाँ: कोझिकोड शहर मलयालम साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले कई प्रसिद्ध लेखकों, कवियों और विद्वानों का घर रहा है ।
सांस्कृतिक उत्सव और कार्यक्रम: कोझिकोड में लोगों की बीच साहित्य और पढ़ने लिखने को बढ़ावा देने के लिए समय समय पर विभिन्न साहित्यिक उत्सवों, पुस्तक मेलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नियमित तौर पर होता है।
शैक्षणिक संस्थान: साहित्य और कला पर जोर देने वाले कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की उपस्थिति ने इसके चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सामुदायिक सहभागिता: पुस्तकालयों, वाचन क्लबों और साहित्यिक समितियों के माध्यम से साहित्यिक संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी।
साहित्यिक अवसंरचना: अच्छी तरह से स्थापित पुस्तकालय, प्रकाशन गृह और किताब की दुकानें जो विद्वानों के पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन और पोषण करती हैं।
कोझिकोड का ऐतिहासिक योगदान
मलयालम साहित्य: कोझिकोड मलयालम साहित्य और विद्वतापूर्ण गतिविधियों का केंद्र रहा है। इसने उल्लेखनीय साहित्यिक हस्तियों को जन्म दिया है और यह साहित्यिक उत्सवों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का केंद्र है।
खगोल विज्ञान और गणित: ज़मोरिन के संरक्षण में यह क्षेत्र, खगोल विज्ञान और गणित में प्रगति का केंद्र था, जिसने 14 वीं शताब्दी के गणितज्ञ और संगमग्राम के खगोलशास्त्री माधव जैसे विद्वानों के माध्यम से इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।