नीति आयोग ने आज ‘संपूर्णता अभियान’ Sampoornata Abhiyan की शुरुआत की, जो 30 सितंबर 2024 तक चलेगा। इस तीन महीने के अभियान का मुख्य उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों में 6 प्रमुख संकेतकों की परिपूर्णता हासिल करना है।
‘संपूर्णता अभियान’ के तहत, नीति आयोग 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में चिन्हित 6 संकेतकों में से प्रत्येक में उच्चतम मानकों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करेगा। यह अभियान आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत शुरू किया गया है, जिससे इन क्षेत्रों में समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा।
इस अभियान का उद्देश्य इन जिलों और ब्लॉकों की प्रमुख समस्याओं को दूर कर, उन्हें विकास की मुख्य धारा में लाना है, जिससे देश के विकास में समावेशी प्रगति हो सके।
‘सम्पूर्णता अभियान’ सभी आकांक्षी ब्लॉकों में निम्नलिखित 6 चिन्हित केपीआई पर ध्यान केंद्रित करेगा:
पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह की जांच कराने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत
ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिए जांचे गए व्यक्तियों का प्रतिशत
आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
मृदा नमूना संग्रहण लक्ष्य के मुकाबले सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत
ब्लॉक में कुल स्वयं सहायता समूहों के मुकाबले रिवाल्विंग फंड प्राप्त करने वाले स्वयं सहायता समूहों का प्रतिशत
‘सम्पूर्णता अभियान’ के अंतर्गत आकांक्षी जिलों में चिन्हित 6 केपीआई इस प्रकार हैं:
पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत
पूर्णतः प्रतिरक्षित बच्चों का प्रतिशत (9-11 माह) (बीसीजी+डीपीटी3+ओपीवी3+खसरा 1)
वितरित मृदा स्वास्थ्य कार्डों की संख्या
माध्यमिक स्तर पर कार्यात्मक विद्युत सुविधा वाले विद्यालयों का प्रतिशत
शैक्षणिक सत्र शुरू होने के एक महीने के भीतर बच्चों को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराने वाले स्कूलों का प्रतिशत
आकांक्षी जिला कार्यक्रम
जनवरी 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया
देश भर के 112 जिलों में त्वरित और प्रभावी परिवर्तन लाने का लक्ष्य
पांच विषय वस्तुओं पर केंद्रित:
1 . स्वास्थ्य एवं पोषण
2 . शिक्षा
3 . कृषि एवं जल संसाधन
4 . वित्तीय समावेशन और कौशल विकास
5 . अवसंरचना
विकास के 81 संकेतकों पर प्रगति मापी गई
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम
जनवरी 2023 में प्रधानमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया
देश भर के 500 ब्लॉकों (329 जिलों) में आवश्यक सरकारी सेवाओं की परिपूर्णता का लक्ष्य
पांच विषय वस्तुओं पर केंद्रित:
- स्वास्थ्य एवं पोषण
- शिक्षा
- कृषि एवं संबद्ध सेवाएँ
- अवसंरचना
- सामाजिक विकास
प्रगति को विकास के 40 संकेतकों पर मापा जाता है