31 दिसंबर 2024 को त्रिनिदाद और टोबैगो ने अपराधी गिरोहों द्वारा हत्याओं में तेज़ी आने के कारण आपातकाल की घोषणा की। इस कदम के तहत पुलिस को अगले दो दिनों के लिए बिना वारंट के तलाशी और गिरफ्तारी का अधिकार दिया गया है। यह घोषणा एक हिंसक सप्ताहांत के बाद की गई. दिसंबर महीने में 67 लोग मारे गए, जिससे इस साल की कुल मौतों का आंकड़ा 623 पहुंच गया, जो 2013 के बाद सबसे ज्यादा है।
त्रिनिदाद और टोबैगो की जनसंख्या 15 लाख है और यह पहले से ही कैरेबियाई क्षेत्र के सबसे ज्यादा हत्या दर वाले देशों में शामिल है, जैसे जमैका और हैती। अमेरिकी गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस के अनुसार, इस क्षेत्र में हिंसक मौतें वैश्विक औसत से लगभग तीन गुना ज्यादा हैं।
हालिया हिंसा का कारण क्या है?
स्थानीय समाचार पत्र “त्रिनिदाद और टोबैगो न्यूजडे” के अनुसार, शनिवार को एक गिरोह नेता पर पुलिस स्टेशन से बाहर निकलते समय सशस्त्र हमलावरों ने गोली चलाई। इसके बाद रविवार को बदले की कार्रवाई में पांच लोगों की हत्या कर दी गई।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री फिट्ज़गेराल्ड हाइंड्स ने बताया कि शुक्रवार को दो और लोग मारे गए थे, जबकि पिछले सोमवार से अब तक गोलीबारी की घटनाओं में 15 अन्य लोगों की जान गई। कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल स्टुअर्ट यंग ने कहा कि हालिया हिंसा में हाई-कैलिबर हथियारों का इस्तेमाल मुख्य कारण है, जिसे कैरेबियाई देशों के संघ (CARICOM) में गंभीर चिंता का विषय बताया गया है।
देश में हथियारों का उत्पादन नहीं होता, लेकिन 2018 से 2022 के बीच 7,000 से अधिक हथियार बरामद किए गए। इनमें से लगभग 75% अमेरिका से आए थे।
आपातकाल क्यों घोषित किया गया और इसका क्या मतलब है?
राष्ट्रपति क्रिस्टीन कांगालू ने एक बयान में सार्वजनिक सुरक्षा पर खतरे का हवाला देते हुए आपातकाल की घोषणा की।
अटॉर्नी जनरल यंग ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह कदम अपराधियों द्वारा “साहसी हमलों” की बढ़ती घटनाओं के कारण उठाया गया। उन्होंने बताया कि गिरोहों के बीच हाई-वेलोसिटी हथियारों के इस्तेमाल से बदले की घटनाओं में तेज़ी आई है, जिससे सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा है।
आपातकाल के दौरान कोई कर्फ्यू नहीं होगा और सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी रोक नहीं लगाई जाएगी। न्यूज़डे ने बताया कि नए साल के जश्न या आतिशबाजी पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। आपातकाल त्रिनिदाद के प्रसिद्ध कार्निवल तक जारी रह सकता है, जो दुनियाभर से भीड़ आकर्षित करता है।
आपातकाल के तहत प्रधानमंत्री कीथ रॉली के कार्यालय द्वारा पुलिस को बिना वारंट तलाशी और गिरफ्तारी का अधिकार दिया गया है। मुख्य उद्देश्य अवैध हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री पर कार्रवाई करना है।
क्या यह पहली बार है जब देश में आपातकाल लागू हुआ है?
नहीं। इस से पहले भी 2014 में हिंसा में वृद्धि के कारण देश में आपातकाल लागू किया गया था। 2011 में भी नशीले पदार्थों से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी के कारण सीमित आपातकाल की घोषणा की गई थी।